Raj Babbar: भारतीय सिनेमा में राज बब्बर एक ऐसे अभिनेता के रूप में जाने जाते हैं जिन्होंने हमेशा एक लाचार बेटे का अभिनय किया और दर्शकों को पसंद भी आया। लेकिन राज बब्बर के नीजी जीवन में कुछ ऐसी बातें भी है जो उनके फैंस को पसंद नहीं है। आइए हम जानते हैं कि वह वह क्या बातें हैं।
राज बब्बर का जन्म उत्तर प्रदेश के टुंडला में 23 जून 1952 को हुआ था. 72 साल के होने जा रहे राज जब 7वीं क्लास में थे तब ही उन्होंने एक्टर बनने का सपना देख लिया था. राज जब 7वीं क्लास में थे तब ही उन्होंने एक्टर बनने का सपना देख लिया था. स्कूली पढ़ाई उन्होंने आगरा से की. इसके बाद एक्टर साल 1975 में दिल्ली आ गए.
कॉलेज के दौरान राज बब्बर थिएटर्स भी किया करते थे. वहीं उन्होंने अभिनय की बारीकियां नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से सीखी थी. उन्होंने ‘किस्सा कुर्सी का’ फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. उनकी शानदार फिल्मों में ‘उमराव जान’, ‘जिद्दी’ ,’दलाल’, ‘इंसाफ का तराजू’, ‘प्रेम गीत’, ‘निकाह’, ‘अगर तुम न होते’ और ‘हकीकत’ शामिल है.
राज बब्बर की पर्सनल लाइफ रही चर्चा में-
राज बब्बर ने करीब 23 साल की उम्र मुस्लिम लड़की नादिरा से शादी की थी. दोनों की शादी साल 1975 में हुई थी. शादी के बाद दोनों दो बच्चों बेटे आर्या बब्बर और बेटी जूही बब्बर के माता-पिता बने. हालांकि शादीशुदा होते हुए राज का दिल बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस रही स्मिता पाटिल पर आ गया था.
जब राज बब्बर ने की दूसरी शादी-
Raj Babbar और स्मिता पाटिल ने पहली बार साथ में फिल्म ‘भीगी पलकें’ में काम किया था. यह फिल्म साल 1982 में रिलीज हुई थी. इसके बाद दोनों कलाकारों का अफेयर शुरू हो गया था. दोनों ने शादी करने का भी फैसला कर लिया. हालांकि राज शादीशुदा थे और उनके बच्चे भी थे. लेकिन स्मिता भी इस रिश्ते में अपने कदम पीछे नहीं खींच रही थीं.
राज ने नादिरा को तलाक दिए बिना स्मिता पाटिल से शादी कर ली थी. इससे पहले दोनों लिव इन रिलेशनशिप में भी रहे थे. हालांकि राज और स्मिता का रिश्ता किस्मत को ज्यादा समय के लिए मंजूर नहीं था. स्मिता का साल 1986 में बेटे प्रतीक बब्बर के जन्म के 15 दिन बाद निधन हो गया था. वहीं बाद में राज भी अपनी पहली पत्नी नादिरा बब्बर के पास वापस लौट गए थे. इसके बाद उन्होंने सक्रिय रूप से राजनीति ज्वाइन कर ली।