Javed Ali :बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर जावेद अली किसी पहचान के मोहताज नहीं है, आज वह अपनी खुद की पहचान बना चुके हैं। लेकिन कभी वह पैसे पैसे के मोहताज हुआ करते थे और उनके पास भाड़े तो क्या खाने तक के पैसे नहीं हुआ करते थे। लेकिन एक गाने ने उनकी तकदीर बदल दी और आज उनके पास करोड़ों रुपए का नेटवर्थ है। आज 5 जुलाई को वह 42वां जन्मदिन मना रहे हैं, आइए जानते हैं उनके संघर्ष के दिनों के किस्से, इस आर्टिकल में।
5 जुलाई 1982 को दिल्ली में जन्में जावेद अली एक साधारण परिवार से बिलॉन्ग करते थे. जावेद अली की परवरिश दिल्ली में ही हुई और स्कूलिंग भी यहीं से हुई. जावेद अली शुरुआत से सिंगर बनना चाहते थे इसलिए उन्होंने अपने पिता उस्ताद हामिद हुसैन के साथ कव्वाली शुरू कर दी थी. इसी दौरान जावेद अली को कह दिया था कि ये बेहतरीन सिंगर बनेगे।
मुम्बई में पैर जमाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा:
जब जावेद अली नये-नये मुंबई आए तो कई-कई लोगों के साथ एक कमरे में रहते थे. खाना खाने का भी कभी कभी पैसा नहीं होता था और कभी कभी बस से जाने के लिए भी उन्हें पैसे नहीं होते थे तो उन्हें स्टूडियो तक पैदल भी जाना पड़ता था.
इस गाने ने बदली तकदीर:
लंबे अरसे के संघर्ष के बाद आखिरकार जावेद अली को मौका मिल ही गया. साल 2007 में जावेद अली को पहला मौका अब्बास-मुस्तान ने अपनी फिल्म नकाब में दिया था. फिल्म इंडस्ट्री में जावेद अली का पहला गाना ‘एक दिन तेरी राहों में’ गाया जो सुपरहिट रहा. उस समय यह गाना बच्चों से लेकर युवाओं की जुबान पर चढ़ गया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
जावेद अली ने हिंदी के अलावा कन्नड़, तमिल, मराठी, ओड़िया, तमिल, तेलुगू और उर्दू भाषाओं में भी गाने गाए हैं. जावेद अली बतौर जज ‘सारेगामा’ और ‘इंडियन आइडल’ जैसे शोज में भी नजर आ चुके हैं.
गरीबी से करोड़ों रुपए का सफर:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जावेद अली एक गाने के 5 से 10 लाख रुपये फीस लेते हैं. कई रिपोर्ट्स में जावेद अली की नेटवर्थ 30 से 40 करोड़ रुपये बताई गई है. हालांकि इसकी ऑफिशियल डिटेल्स फिलहाल कहीं नहीं है.
(साभार न्यूज़ वेबसाइट)