इस IPO में 133 प्रतिशत का ग्रे मार्केट प्रीमियम, दांव लगा कर बन सकते हैं मालामाल
इस IPO में 133 प्रतिशत का ग्रे मार्केट प्रीमियम, दांव लगा कर बन सकते हैं मालामाल

इस IPO में 133 प्रतिशत का ग्रे मार्केट प्रीमियम, दांव लगा कर बन सकते हैं मालामाल

Nephro Care India IPO : IPO निवेशकों के लिए बहुत ही शानदार मौका आ चुका है आईपीओ में निवेश का। रोगियों का उपचार करने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी का आईपीओ 28 जून को खुल गया है। इसके आईपीओ की सारी जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में दे रहे हैं।

नेफ्रो केयर इंडिया लिमिटेड कोलकाता में स्थित एक ट्रीटमेंट सेंटर है, जो रोगियों को क्लिनिकल और लाइफस्टाइल सॉल्यूशन प्रदान करने के साथ-साथ किडनी के उपचार की पेशकश भी करता है. अस्पताल में हर महीने लगभग 900 किडनी रोगियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती है. नेफ्रो केयर को विशेषज्ञ डॉक्टरों, अनुभवी पैरामेडिकल पेशेवरों और एक कुशल प्रबंधन टीम द्वारा सपोर्ट किया जाता है.

Nephro Care India IPO का मुख्य उद्देश्य:

नेफ्रो केयर इंडिया आईपीओ इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग कोलकाता (मध्यमग्राम) में “विवासिटी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल” (नेफ्रो केयर की यूनिट) के नाम से मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की स्थापना करना तथा सामान्य कॉर्पोरेट व्यय के लिए उपयोग करेगी.

IPO Lottery का टाइमलाइन:

नेफ्रो केयर इंडिया आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 28 जून को खुल चुका है और 2 जुलाई को बंद होगा. आईपीओ के लिए शेयर अलॉटमेंट को संभवतः 3 जुलाई को अंतिम रूप दिया जाएगा और कंपनी को 5 जुलाई को शेयरों के लिस्ट होने की उम्मीद है.

IPO साइज:

नेफ्रो केयर इंडिया का यह 41.26 करोड़ रुपये का एक बुक बिल्ट इश्यू है. यह इश्यू पूरी तरह से 45.84 लाख शेयरों का फ्रेश इश्यू है, जो एनएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होगा

बाजार विश्लेषकों के अनुसार GMP:

बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Nephro Care India SME IPO GMP 120 रुपये है, जो कि प्राइस बैंड से 133.33% प्रतिशत ज्यादा है.

IPO का स्ट्रक्चर जान ले:

सार्वजनिक पेशकश में लगभग 50% योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए, रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 35% और शेष 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए आरक्षित है.

IPO का अन्य महत्वपूर्ण प्वाइंट:

कॉरपोरेट कैपिटलवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड नेफ्रो केयर इंडिया आईपीओ का बुक रनिंग लीड मैनेजर है. बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का रजिस्ट्रार है.

  अगर हम कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो 31 मार्च 2023 और 31 मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच नेफ्रो केयर इंडिया लिमिटेड के राजस्व में 398.84% की वृद्धि हुई और कर के बाद लाभ (पीएटी) में 19920.41% की वृद्धि हुई. 31 दिसंबर 2023 को समाप्त अवधि तक कंपनी का 19.89 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 3.40 करोड़ रुपये का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स था.

(उपयुक्त जानकारी न्यूज़ वेबसाइट से एकत्रित की गई है। हमारा उद्देश्य आपकी जानकारी बढ़ना था। हम किसी आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देते हैं। किसी भी आईपीओ में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह पर ही निवेश करें)

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