हर्षद मेहता का था यह पसंदीदा शेयर, 4500% बढ़ा था, आज है इस रेट में
हर्षद मेहता का था यह पसंदीदा शेयर, 4500% बढ़ा था, आज है इस रेट में

हर्षद मेहता का था यह पसंदीदा शेयर, 4500% बढ़ा था, आज है इस रेट में

Harshad Mehta’s favorite share : हर्षद मेहता को कौन नहीं जानता जो खासकर शेयर मार्केट में रुचि रखता है, वह तो हर्षद मेहता के जीवनी को अच्छी तरह जानता है। वैसे Harshad Mehta’s के जीवन पर आधारित वेब सीरीज स्कैम-1992 भी आई थी जो काफी लोकप्रिय हुई थी। अगर हम बता रहे करें कि हर्षद मेहता ने शेयर मार्केट में ऐसा क्या किया कि हर्षद मेहता पर 72 क्रिमिनल चार्ज लगे. यह सब जानते हैं इस आर्टिकल में की हर्षद मेहता कौन से शेयर में सबसे ज्यादा निवेश किया था।

हर्षद मेहता का पसंदीदा शेयर:

एसोसिएट सीमेंट कंपनी यानी एसीसी के शेयरों में तेजी की Harshad Mehta’s से जुड़ी कहानी भी काफी दिलचस्प है. हर्षद मेहता ने एसीसी में आंख मूंदकर पैसा लगाना शुरू किया था. जब उन्होंने पैसा डालना शुरू किया तो इस शेयर की कीमत 200 रुपये थी. केवल 3 महीने के अंदर ये शेयर 9000 रुपये पहुंच गया. मेहता का कहना था कि ये स्टॉक बहुत अंडरवैल्युड था. नतीजतन, इस स्टॉक में खुदरा निवेशकों ने दबा कर निवेश किया.

आज एक औसत रेट है शेयर का:

आज एसीसी की कीमत 2583 रुपये है. पिछले एक महीने में इस शेयर ने 0.05 फीसदी की गिरावट देखी है. इस साल अब तक ये शेयर 15.18 फीसदी बढ़ चुका है. एक साल में इस शेयर ने 44 फीसदी का उछाल देखा है. इसका 52 हफ्तों का हाई 2746 रुपये और लो 1754 रुपये है. एसीसी अब अंबुजा सीमेंट की सब्सिडियरी है और अडानी समूह का हिस्सा है. अडानी समूह ने सितंबर 2022 में अंबुजा सीमेंट और उसकी सब्सिडियरी एसीसी का अधिग्रहण किया था.

कितना बड़ा स्कैम था:

हर्षद मेहता ने पहले बाजार की बारीकियां सीखीं. उसके बाद उन्होंने बैंकिंग सिस्टम की कुछ कमियों का फायदा उठाते हुए अपनी बाजार को समझ को इस्तेमाल किया. हर्षद मेहता ने बैंक से लोन लेकर शेयर मार्केट में पैसा लगाने का काम करते थे और समय से चुका देते थे. जो एक स्कैम के रुप में आ गया. उनके स्कैम के बाद ही सेबी को बाजार में घपलेबाजी रोकने की ताकत दी गई. तब इस स्कैम की वैल्यू 4000 करोड़ रुपये आंकी गई थी जिसे आज आप 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का मान सकते हैं.

आ गए कानून के शिकंजे में:

Harshad Mehta’s ने बहुत थोड़े समय में बहुत बड़ा नाम और पैसा कमाया. जाहिर तौर पर उन्होंने इसके लिए अनैतिक और गैर-कानूनी तरीकों का सहारा लिया. हालांकि, स्टॉक मार्केट की उनकी समझ पर शायद ही किसी को संदेह हो. लेकिन कानून के शिकंजे से कोई नहीं बच सकता. हर्षद मेहता के इस घोटाले का खुलासा होने के बाद हर्षद मेहता के ऊपर 72 क्रिमिनल चार्ज लगाए गए और सिविल केस फाइल हुए. हर्षद मेहता ठाणे जेल में बंद था तभी 2001 के आखिरी दिन उसे तेज दर्द की शिकायत हुई और अस्पताल में उसकी मौत हो गई. आज भी उनके परिवार से रिकवरी जारी है.

(उपयुक्त जानकारी मात्र एजुकेशन के लिए है, हमारा मकसद किसी स्टोक में निवेश करवाना नहीं है। अगर आप किसी स्टोक में निवेश करते हैं तो अपने वित्तीय सलाहकार के राय पर करें)

(साभार न्यूज़ वेबसाइट)

 

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